आखिर India का Education system बदल ही गया !
अगर आप भी India में सदियों से चल रहे education system में बदलाव चाहते हैं तो आप के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है ! जी हाँ, India में अब नई education policy लागू कर दी गयी है |
ठीक 34 साल बाद एक नई शिक्षा नीति को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है जिस के कारण अब बच्चों को सीखाने पर ज्यादा focus रहेगा ना कि उन के नंबर पर यानी अब 'रटने' से ज्यादा 'करने' पर focus दिया जायेगा जिस से बच्चे छोटी उम्र से ही एक अच्छी skill develop कर सकेंगे जो आगे उनके काम भी आएगी |
1-पहले 11 और 12 में पढ़ने वाले छात्र streams चुनते थे जिनमें वो common subjects पढ़ते थे पर अब वे अपनी पसंद के विषय एक साथ पढ़ सकेंगे यानी अब वे physics के साथ philosophy और accounts जैसे subjects साथ में अपनी इच्छा अनुसार चुन कर पढ़ सकेंगे |
2-अब बच्चे कक्षा 9 से ही अपने पसंदीदा subjects चुन सकेंगे जिस से वे जो बनना चाहते हैं उसकी तैयारी शुरुआत से ही कर सकेंगे और एक clear goal को सामने रखकर आगे बढ़ेंगे | साथ ही अब 9-12 कक्षाओं का syllabus भी कम कर दिया जायेगा |
3-अब college से dropout लेने वाले छात्रों को उन की योग्यता के हिसाब से certificates भी दिए जायेंगे जैसे-
1 साल के college के बाद dropout पर प्रमाण पत्र
2 साल के college के बाद dropout पर diploma
3 साल के पूरे college के बाद स्नातक की degree मिलेगी
4-अब छात्र वे सब ही पढ़ेंगे जो उनके काम का हो यानी जो पढ़ा उसे apply भी कर सकेंगे जिसके लिए उन्हें कुछ projects व internships भी करनी होंगी |
5-मानव संसाधन मंत्रालय का नाम फिर से शिक्षा मंत्रालय होगा |
6-सरकार अब शिक्षा पर खर्च GDP का 4.43 प्रतिशत से बढाकर 6 प्रतिशत तक करेगी |
7-अब 10+2 वाली शिक्षा नीति खत्म कर दी गयी है और इस के बजाये 5+3+3+4 वाला school curiculum लागु होगा जिसमें शुरुआत के 5 साल प्राइमरी से कक्षा द्वितीय तक Activity learning और language पर focus रहेगा फिर 3 साल यानी कक्षा 3 से 5 तक maths,science,arts जैसे subjects की पढाई कराइ जाएगी जिसके बाद कक्षा 5 से 8 तक 3 साल के लिए छात्रों को skill,business और सम्बंधित subjects पढाये जायेंगे फिर अगले 4 साल कक्षा 9 से 12 तक उन्हें अपनी इच्छा अनुसार subject चुनने की आज़ादी होगी जिसमें रटने के बजाये ज्ञान पर focus किया जायेगा |
8- अब कक्षा 5 तक के बच्चे अपनी मातृभाषा/राजभाषा में पढ़ सकेंगे |
9-उच्च शिक्षा के लिए अब एक ही परीक्षा हुआ करेगी जो NTA द्वारा प्रायोजित की जाएगी |
10-नई शिक्षा नीति के चलते 2035 तक 12वीं के बाद 50 प्रतिशत छात्रों को ग्रेजुएट किया जायेगा |
11-देश में विश्व के Top 100 शिक्षण संस्थानों के कैंपस खोले जायेंगे जिस से शिक्षा का स्तर काफी सुधरेगा |
12-नालंदा और तक्षिला विश्विद्यालयों के तर्ज शिक्षा स्तर को सुधारा जायेगा जिस से विदेश के छात्र भी यहाँ से शिक्षा प्राप्त कर सकें |
13-संगीत,योग,नृत्य,शास्त्र,भाषा,आयुर्वेद,इतिहास आदि की पढाई को बढ़ावा दिया जाएगा |
14-वर्ष 2030 तक 100 प्रतिशत बच्चों को प्राइमरी शिक्षा देना |
15-मेडिकल और लीगल शिक्षा को छोड़कर बाकी उच्च शिक्षा के लिए केवल एक ही commission होगा जिसका नाम Higher Education Commission of India(HECI) जिसकी 4 अन्य स्वतंत्र लम्ब होंगे -
Regulation के लिए National Higher Education Regulatory Council(NHERC)
Standard setting के लिए General Education Council(GEC)
Funding के लिए Higher Education Grants Council(HEGC)
Accreditation के लिए National Accreditation Council(NAC)
16-छात्रों को credit ट्रांसफर के लिए Academic Bank of credit का गठन होगा |
17-Virtual lab बनायीं जाएँगी और online व distance शिक्षा को और सुधारा जायेगा |
18-रिसर्च और शिक्षा की गुणवत्ता को सुधकरने के लिए National Research Foundation का गठन होगा |
19-वर्ष 2030 के बाद 4 साल की स्नातक BEd ही मान्य होगी |
20-ग्रेजुएशन के किसी भी साल में dropout लेने के बाद अब दोबारा उसी साल से continue कर सकते हैं व दोबारा से शुरू से नहीं पढ़ना होगा यानी अगर आप Btech कर रहे हैं और 2 साल में dropout लेते हैं तो आप अगर वापस से Btech के लिए वापस से continue करें तो आप को 2 साल में दाखिला मिल जायेगा और दोबारा से 1 साल की पढाई नहीं करनी होगी क्यूंकि वो तो आप पढ़ चुके होंगे |
21-अब सिर्फ Board exams के Marks आधार पर ही result तैयार नहीं होगा बल्कि पूरे साल में की गयी Activities और project में मिले marks भी result में जुड़ेंगे |
1-इस से रटंत विद्या की बजाये बच्चे skill सीख पाएंगे जो उनके जीवन में आगे बहुत काम आएगा |
2-अब school में pratical शिक्षा पर ज़्यादा ज़ोर दिया जायेगा जिस से बच्चे अब बिना coaching के ही अपने आप अपने मन के विषय पढ़ेंगे |
3-आने वाले समय में नौकरी और व्यापार के कई अवसर होंगे |
4-छात्र आत्मनिर्भर होंगे जिस से Startup India को बढ़ावा मिलेगा क्यूंकि छात्र अपने skill के दम पर अपना खुद का व्यापार करके पैसे कमा सकेंगे |
5-Unemployment के साथ ही Underemployment में भी कटौती होगी क्यूंकि छात्र वही पढ़ेंगे जिस में उनका interest होगा |
नोट-अभी इस नई शिक्षा नीति का ड्राफ्ट पेश हुआ है पर यह कब से लागू की जयेगी इसकी जानकारी बाद में दी जाएगी |
Official notice पढ़ने के लिए-https://pib.gov.in/PressReleseDetail.aspx?PRID=1642049
Official notice की summary-https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1642061
अगर आप भी India में सदियों से चल रहे education system में बदलाव चाहते हैं तो आप के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है ! जी हाँ, India में अब नई education policy लागू कर दी गयी है |
ठीक 34 साल बाद एक नई शिक्षा नीति को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है जिस के कारण अब बच्चों को सीखाने पर ज्यादा focus रहेगा ना कि उन के नंबर पर यानी अब 'रटने' से ज्यादा 'करने' पर focus दिया जायेगा जिस से बच्चे छोटी उम्र से ही एक अच्छी skill develop कर सकेंगे जो आगे उनके काम भी आएगी |
अब से शिक्षा में क्या-क्या बदलाव देखने को मिलेंगे
New Education Policy 2020 में होने वाले बदलाव निम्न हैं-1-पहले 11 और 12 में पढ़ने वाले छात्र streams चुनते थे जिनमें वो common subjects पढ़ते थे पर अब वे अपनी पसंद के विषय एक साथ पढ़ सकेंगे यानी अब वे physics के साथ philosophy और accounts जैसे subjects साथ में अपनी इच्छा अनुसार चुन कर पढ़ सकेंगे |
2-अब बच्चे कक्षा 9 से ही अपने पसंदीदा subjects चुन सकेंगे जिस से वे जो बनना चाहते हैं उसकी तैयारी शुरुआत से ही कर सकेंगे और एक clear goal को सामने रखकर आगे बढ़ेंगे | साथ ही अब 9-12 कक्षाओं का syllabus भी कम कर दिया जायेगा |
3-अब college से dropout लेने वाले छात्रों को उन की योग्यता के हिसाब से certificates भी दिए जायेंगे जैसे-
1 साल के college के बाद dropout पर प्रमाण पत्र
2 साल के college के बाद dropout पर diploma
3 साल के पूरे college के बाद स्नातक की degree मिलेगी
4-अब छात्र वे सब ही पढ़ेंगे जो उनके काम का हो यानी जो पढ़ा उसे apply भी कर सकेंगे जिसके लिए उन्हें कुछ projects व internships भी करनी होंगी |
5-मानव संसाधन मंत्रालय का नाम फिर से शिक्षा मंत्रालय होगा |
6-सरकार अब शिक्षा पर खर्च GDP का 4.43 प्रतिशत से बढाकर 6 प्रतिशत तक करेगी |
7-अब 10+2 वाली शिक्षा नीति खत्म कर दी गयी है और इस के बजाये 5+3+3+4 वाला school curiculum लागु होगा जिसमें शुरुआत के 5 साल प्राइमरी से कक्षा द्वितीय तक Activity learning और language पर focus रहेगा फिर 3 साल यानी कक्षा 3 से 5 तक maths,science,arts जैसे subjects की पढाई कराइ जाएगी जिसके बाद कक्षा 5 से 8 तक 3 साल के लिए छात्रों को skill,business और सम्बंधित subjects पढाये जायेंगे फिर अगले 4 साल कक्षा 9 से 12 तक उन्हें अपनी इच्छा अनुसार subject चुनने की आज़ादी होगी जिसमें रटने के बजाये ज्ञान पर focus किया जायेगा |
8- अब कक्षा 5 तक के बच्चे अपनी मातृभाषा/राजभाषा में पढ़ सकेंगे |
9-उच्च शिक्षा के लिए अब एक ही परीक्षा हुआ करेगी जो NTA द्वारा प्रायोजित की जाएगी |
10-नई शिक्षा नीति के चलते 2035 तक 12वीं के बाद 50 प्रतिशत छात्रों को ग्रेजुएट किया जायेगा |
11-देश में विश्व के Top 100 शिक्षण संस्थानों के कैंपस खोले जायेंगे जिस से शिक्षा का स्तर काफी सुधरेगा |
12-नालंदा और तक्षिला विश्विद्यालयों के तर्ज शिक्षा स्तर को सुधारा जायेगा जिस से विदेश के छात्र भी यहाँ से शिक्षा प्राप्त कर सकें |
13-संगीत,योग,नृत्य,शास्त्र,भाषा,आयुर्वेद,इतिहास आदि की पढाई को बढ़ावा दिया जाएगा |
14-वर्ष 2030 तक 100 प्रतिशत बच्चों को प्राइमरी शिक्षा देना |
15-मेडिकल और लीगल शिक्षा को छोड़कर बाकी उच्च शिक्षा के लिए केवल एक ही commission होगा जिसका नाम Higher Education Commission of India(HECI) जिसकी 4 अन्य स्वतंत्र लम्ब होंगे -
Regulation के लिए National Higher Education Regulatory Council(NHERC)
Standard setting के लिए General Education Council(GEC)
Funding के लिए Higher Education Grants Council(HEGC)
Accreditation के लिए National Accreditation Council(NAC)
16-छात्रों को credit ट्रांसफर के लिए Academic Bank of credit का गठन होगा |
17-Virtual lab बनायीं जाएँगी और online व distance शिक्षा को और सुधारा जायेगा |
18-रिसर्च और शिक्षा की गुणवत्ता को सुधकरने के लिए National Research Foundation का गठन होगा |
19-वर्ष 2030 के बाद 4 साल की स्नातक BEd ही मान्य होगी |
20-ग्रेजुएशन के किसी भी साल में dropout लेने के बाद अब दोबारा उसी साल से continue कर सकते हैं व दोबारा से शुरू से नहीं पढ़ना होगा यानी अगर आप Btech कर रहे हैं और 2 साल में dropout लेते हैं तो आप अगर वापस से Btech के लिए वापस से continue करें तो आप को 2 साल में दाखिला मिल जायेगा और दोबारा से 1 साल की पढाई नहीं करनी होगी क्यूंकि वो तो आप पढ़ चुके होंगे |
21-अब सिर्फ Board exams के Marks आधार पर ही result तैयार नहीं होगा बल्कि पूरे साल में की गयी Activities और project में मिले marks भी result में जुड़ेंगे |
शिक्षा नीति में अब तक हुए बदलाव
शिक्षा नीति में पहली बार तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने 1962 में लागू की थी फिर सन 1986 में तब के प्रधानमंत्री राजीव गाँधी ने शिक्षा नीति को बदला और दूसरी शिक्षा नीति बनाई फिर बाद में भी कुछ छोटे-छोटे बदलाव हुए और अब इसे तीसरी बार बदला गया है |नई शिक्षा नीति 2020 के फायदे
जैसा कि हम सभी चाहते थे कि हमारे देश में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए Education system बदले तो सरकार ने इसके लिए शिक्षा नीति में कई बदलाव करे हैं जो अगर ठीक से implement हों तो हमारे देश में शिक्षा का स्तर दोबारा सुधर सकता है | चलिए जानते हैं इन बदलाव के क्या फायदे होंगे-1-इस से रटंत विद्या की बजाये बच्चे skill सीख पाएंगे जो उनके जीवन में आगे बहुत काम आएगा |
2-अब school में pratical शिक्षा पर ज़्यादा ज़ोर दिया जायेगा जिस से बच्चे अब बिना coaching के ही अपने आप अपने मन के विषय पढ़ेंगे |
3-आने वाले समय में नौकरी और व्यापार के कई अवसर होंगे |
4-छात्र आत्मनिर्भर होंगे जिस से Startup India को बढ़ावा मिलेगा क्यूंकि छात्र अपने skill के दम पर अपना खुद का व्यापार करके पैसे कमा सकेंगे |
5-Unemployment के साथ ही Underemployment में भी कटौती होगी क्यूंकि छात्र वही पढ़ेंगे जिस में उनका interest होगा |
नोट-अभी इस नई शिक्षा नीति का ड्राफ्ट पेश हुआ है पर यह कब से लागू की जयेगी इसकी जानकारी बाद में दी जाएगी |
Official notice पढ़ने के लिए-https://pib.gov.in/PressReleseDetail.aspx?PRID=1642049
Official notice की summary-https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1642061
thanks bro good information
जवाब देंहटाएंआभार
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जवाब देंहटाएंबहुत ही सटीक जानकारी शेयर करने के लिए धन्यवाद SarkariRikti
जवाब देंहटाएंIt was a informative article thank for posting it.
जवाब देंहटाएंLive Insurance Info
Thanks for sharing this information
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